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इस पोस्ट में पढ़िए दिल को छू जाने वाली शायरी जो हमारे वीर स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और देशप्रेम को सलाम करती है। देशभक्ति का जज़्बा हर एक दिल में उमंग भर देता है और हमें अपने वतन की मिट्टी से जुड़ने का एहसास कराता है। ऐसी शायरी जो हर भारतीय के दिल में देशप्रेम की भावना को और भी गहरा कर देती है। आइए, तिरंगे की शान में अपने जज़्बातों को शब्दों में बयां करें!
Desh Bhakti par Shayari in Hindi
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
देखना है ज़ोर कितना बाजू-ए-कातिल में है।
वतन की मिट्टी से प्यार यूं ही बरकरार रहे,
हर हिंदुस्तानी के दिल में यही अरमान रहे।
झुकाए सिर हमारा उनको सलाम करने में,
जो कुर्बान हो गए वतन की हिफाजत करने में।
हमारा हर सांस उनके नाम है,
जो देश के लिए अपनी जान देते हैं।
लहराता तिरंगा यूं ही आसमान में,
जब तक है जान मेरे इस बदन में।
अपने वतन की हिफाजत करूंगा,
ये हिंदुस्तान हमे जान से प्यारा है।
वो वीर थे जो फौलाद बन गए,
तिरंगा लिपट कर सदा अमर हो गए।
हर बूँद लहू की बहे वतन पर,
देश भक्ति का जुनून हमारे सर पर।
तिरंगा है शान हमारी, गर्व हमारा, मान हमारा,
इस पर ना आंच आए, यही अरमान हमारा।
जब तक लहू की आखिरी बूंद रहेगी,
इस वतन के लिए हमारी जान रहेगी।
तिरंगा है शान हमारी, गर्व हमारा, मान हमारा,
इस पर ना आंच आए, यही अरमान हमारा।
जब तक लहू की आखिरी बूंद रहेगी,
इस वतन के लिए हमारी जान रहेगी।
मेरी जान बसती है इस मिट्टी में,
हर सुबह का सलाम है वतन की धरती में।
जब तक सांसें हैं इस तन में,
भारत मां की सेवा रहेगी मन में।
दिल से निकलेगी ना कभी वतन की मोहब्बत,
ये वो खुशबू है जो रूह में बस जाती है।
जो मिट्टी में मिल जाए इस पर मर मिट के,
वही तो असली शहादत कहलाती है।
हमारे तिरंगे की शान को सलाम,
इसकी हिफाजत के लिए दिल कुर्बान।
चाहे दुश्मन से हो सामना,
हर जवान इस पर अपना सब कुछ लुटा दे।
हमें तो अपने हर कदम पर ये मान है,
सरहदों पर जो जवान खड़े हैं, वो भगवान हैं।
मिट्टी के कण-कण में बसी है जो महक,
उसी की खातिर कुर्बान यह जान है।
वीरों की कुर्बानी से आजाद हुआ वतन,
उनकी बहादुरी को शत-शत नमन।
हम सलाम करते हैं उन वीरों की जिंदगानी को,
जिन्होंने अपना सब कुछ दिया इस कहानी को।
जलती रहेगी शमां वतन की मोहब्बत में,
हर भारतवासी के दिल में यही चाहत है।
मिट जाऊं इस वतन पर मैं कुर्बान होकर,
यही मेरी हर आरजू, यही मेरी इबादत है।
कोई सरहद हमें रोक नहीं सकती,
हर बूंद लहू की इस जमीं के नाम है।
शहीदों के बलिदान से रोशन ये चिराग है,
आजादी का ये अमर इतिहास सच्चे दिल का राग है।
जो सोते हुए भी रखे सरहदों का ख्याल,
वही असली भारत का सपूत कहलाता है।
जो लिपट जाए तिरंगे में उस आखिरी सफर पर,
उसका बलिदान सदा दिलों में रहता है।
खुदा करे हर रोज यूं ही तिरंगा लहराए,
हर हिंदुस्तानी का सिर गर्व से उठ जाए।
इस मिट्टी की खुशबू को हम कभी न भूलेंगे,
जब तक है जान, देश की रक्षा में रहेंगे।
तिरंगे की शान में मेरी जान बसती है,
इस धरती पर हर साँस मेरी हस्ती है।
मिट जाऊं इस मिट्टी की खातिर हंसते-हंसते,
यही मेरी हर तमन्ना, यही मेरी बस्ती है।
वतन के लिए जीना और वतन के लिए मरना,
इस मिट्टी से मेरा रिश्ता है गहरा और अमरना।
हर कतरा लहू का इस धरती के नाम करता हूँ,
देशभक्ति का जज़्बा दिल में सदा जलता रहता हूँ।
जो अपना सब कुछ न्यौछावर कर जाए,
वही असली देशभक्त कहलाए।
भारत मां के आंचल में सो जाने का सपना है,
ये तिरंगा मेरे कफन का सबसे प्यारा रंग है।
मिट्टी की खुशबू में वो सुकून है,
जिससे हर दिल हिंदुस्तानी मजबून है।
मेरी रगों में बसा है ये प्यारा वतन,
मर भी जाऊं तो भी यही रहे मेरा तन।
सरहद पर खड़े जवानों का हौसला सलामत रहे,
उनकी हिफाजत में हर हिंदुस्तानी का इरादा सदा बुलंद रहे।
जब तक तिरंगा आसमान में लहराएगा,
देशभक्ति का ये गीत हर दिल गुनगुनाएगा।
जब तक लहू की एक बूंद भी बाकी रहेगी,
वतन की हिफाजत में मेरी जान लगी रहेगी।
ये तिरंगा मेरी आन, बान और शान है,
भारत मां की सेवा ही मेरा सबसे बड़ा अरमान है।
चिराग बनकर जलना है, अपने वतन की राहों में,
अपने देश के लिए जीना है और इसी पर मर जाना है।
तिरंगे की हर लहराती शान में,
मेरा दिल और भी गर्व से फड़फड़ाता है।
वतन के लिए हर दर्द गले से लगाया है,
अपनी हर सांस को देश पर लुटाया है।
ये जो तिरंगा ऊंचा लहराता है,
उसमें हर शहीद का खून समाया है।
अपनी धरती अपना ही ये आसमान है,
वतन पर मर मिटना यही तो सच्ची पहचान है।
इस देश की खातिर जो मर जाए,
वो हर दिल में अमर कहलाए।
हर लम्हा देशभक्ति का इरादा रखता हूँ,
अपने वतन के लिए ये दिल में वादा रखता हूँ।
कोई मेरा जीना और मरना चाहे देखे,
मैं हर एक सांस में भारत माता का नाम रखता हूँ।
देशभक्ति शायरी हिंदी में
न माथा झुका है कभी और न झुकायेंगे कभी,
जो अपने दम पर जिए वही है असल में जिंदगी।
वतन की राह में जीना और मरना ही है सच्ची बंदगी।
चलो फिर से वो नज़ारा याद कर लें,
शहीदों के दिल में थी जो ज्वाला याद कर लें।
जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे पर,
देशभक्तों के खून की वो धारा याद कर लें।
कर चले हम फिदा जान-ओ-तन साथियों,
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों।
सांसें थमें तो भी कोई ग़म नहीं,
वतन के नाम हो हर कदम साथियों।
कुछ पन्ने इतिहास के मेरे मुल्क के सीने में,
दफ़न है और कई अनगिनत फख्र के फसाने हैं।
मैं खुश हूँ कि मेरी रगों में वो लहू है,
जिसमें देशभक्ति और वीरता के तराने हैं।
न पूछो ज़माने से क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम हिंदुस्तानी हैं।
वतन की मिट्टी को कैसे छोड़ सकते हैं,
ये वह मोहब्बत है जिसे ज़ुबां पर नहीं लाया जा सकता।
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए।
जब तक जिन्दा हूं इस मातृभूमि के लिए,
और जब मरूं तो तिरंगा कफन चाहिए।
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-कातिल में है।
वक्त आने पे बता देंगे तुझको ए आसमां,
हम अभी से क्या बतायें क्या हमारे दिल में है।
हमारी हर सांस में वतन का नाम है,
दिल में भारत मां के लिए सम्मान है।
मर मिटेंगे इस देश की हिफाजत में,
क्योंकि देशभक्ति हमारी पहचान है।
चढ़ गये जो हंसकर सूली, खाई जिन्होंने सीने पर गोली,
हम उनको सलाम करते हैं, जो मिट गए देश पर नाम।
वतन के उन वीर जवानों को मेरा शत-शत प्रणाम।
तिरंगे की शान में हमने जान लुटा दी,
इस पर आंच न आए ये कसम खा ली।
वतन से बेइंतहा मोहब्बत का इज़हार है,
हिंदुस्तान के लिए जान देने का इकरार है।
वतन हमारा ऐसा कोई छोड़ ना पाए,
रिश्ता हमारा ऐसा कोई तोड़ ना पाए।
दिल है हमारे एक और एक है जान हमारी,
हिंदुस्तान हमारा है और हम हैं इसकी शान हमारी।
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-कातिल में है।
वक्त आने पे बता देंगे तुझको ए आसमां,
हम अभी से क्या बतायें क्या हमारे दिल में है।
कुछ पन्ने इतिहास के मेरे मुल्क के सीने में,
दफ़न है और कई अनगिनत फख्र के फसाने हैं।
मैं खुश हूँ कि मेरी रगों में वो लहू है,
जिसमें देशभक्ति और वीरता के तराने हैं।
न पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम हिंदुस्तानी हैं।
लहराएगा तिरंगा हर घर पर इस तरह,
वतन की मोहब्बत हर दिल में बसी हो इस तरह।
मुझे तन चाहिए, ना धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए।
जब तक जिन्दा हूं इस मातृभूमि के लिए,
और जब मरूं तो तिरंगा कफन चाहिए।
जलती रहेगी ये शमां वतन की मोहब्बत में,
जब तक बहेगा खून वतन के खातिर रगों में।
मर मिटेंगे इस देश की हिफाजत में,
क्योंकि देशभक्ति हमारी असल इबादत में।
वो शमा जो काम आए अंजुमन के लिए,
वो जज़्बा जो कुर्बान हो जाए वतन के लिए।
रखते हैं हम वो दिल जो मर मिटे देश के लिए,
और चाहते हैं वो चिराग जो जले वतन के लिए।
हमसे कोई पूछे कि भारत मां से मोहब्बत क्या है,
तो हमारा जवाब होगा कि यह सबकुछ है।
इसकी मिट्टी में हमने हर ख्वाब बोया है,
इसके लिए ही हमने अपने अरमानों को पाला है।
कोई हाथ भी ना डाल सके वतन की शान में,
वो वीर हैं जो सरहदों पर जान दे गए।
हमारी हर सांस वतन की मोहब्बत में है,
इस मिट्टी के खातिर ही तो हम जिये और मरे हैं।
उन वीरों को सलाम, जो देश पर कुर्बान हो गए,
अपनी मिट्टी से मोहब्बत की मिसाल बन गए।
उनकी हर एक कुर्बानी हमें याद रहेगी,
उनकी वीरता की गाथा हर पीढ़ी गाएगी।
लहराएगा तिरंगा आसमान की ऊंचाइयों में,
हर हिंदुस्तानी का सिर गर्व से उठेगा इन राहों में।
जो मिट गए वतन की खातिर,
उनकी यादें अमर रहेंगी दिलों की गहराइयों में।
देशभक्ति का जज़्बा दिल में जलता रहेगा,
हर बूंद लहू की वतन के नाम बहता रहेगा।
चाहे तूफान आए या आंधियां चलें,
तिरंगे की शान में हर सपूत खड़ा रहेगा।
जब तक है दम, तिरंगे को झुकने नहीं देंगे,
भारत मां की इज्जत पर आंच आने नहीं देंगे।
शहीदों का ये कर्ज है हम पर,
इसे अपनी हर सांस से निभाएंगे।
वो वीर थे जो फौलाद बन गए,
तिरंगे में लिपटकर अमर हो गए।
उनकी कुर्बानी का हर कतरा कहता है,
वतन से बड़ा कुछ नहीं रहता है।
देश की खातिर जान भी लुटा देंगे,
हर मुश्किल राह को भी आसान बना देंगे।
हमारी मिट्टी से रिश्ता ऐसा है,
कि हर पल इसे दिल में बसा देंगे।
मेरी मिट्टी मेरा गर्व, मेरा जीवन आधार,
वतन की सेवा में है मेरा सारा संसार।
चाहे जीवन बीते या मिट्टी में मिल जाए,
ये देश ही मेरी पहचान कहलाए।
तिरंगे की लहर में जोश उमंग उठती है,
हर एक सांस में वतन की खुशबू बसती है।
कुर्बानी का जज़्बा हर दिल में जगाएंगे,
इस धरती पर अमन का दीप जलाएंगे।
शहीदों की चिताओं पर हर बरस मेले लगेंगे,
उनके बलिदानों को हर दिल में सजाएंगे।
वतन के लिए जो जान लुटा जाएं,
ऐसे वीरों का नाम हमेशा अमर कहलाए।
जब तक ये सांसें चलती रहेंगी,
वतन के लिए हर दुआ निकलती रहेगी।
चाहे आंधी आए या तूफान छा जाए,
तिरंगा हमेशा ऊंचा लहराता रहेगा।
मेरे देश की मिट्टी से जो रिश्ता है,
वो हर रिश्ते से बढ़कर अनमोल है।
जो इस माटी पर जीता और मिटता है,
वही इस तिरंगे की सच्ची शान है।
Desh bhakti shayari 2 line
मेरे देश की मिट्टी से ये रिश्ता ही कुछ खास है,
मिट्टी की महक ही मेरे जीने का एहसास है।
वतन की राह में मरना कबूल है हमें,
क्योंकि तिरंगे में लिपटने का शौक है हमें।
न झुकने दिया तिरंगे को न झुकने देंगे,
ये हिंदुस्तान हमारा है, इसे मरते दम तक हम ही सजायेंगे।
देश के लिए मर मिटना मुकाम है मेरा,
तिरंगे की शान ही मेरी पहचान है।
चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें,
शहीदों के दिल में थी जो ज्वाला, याद कर लें।
जब तक दिल में देशभक्ति का जुनून रहेगा,
तब तक हर एक दुश्मन का अंजाम सून रहेगा।
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा।
देशभक्ति की मोहब्बत ही वो असली ताकत है,
जिससे हर हिंदुस्तानी का सीना चौड़ा होता है।
सरहद पर जो पहरा दे, वो भारत का जवान है,
उसकी ताकत और हिम्मत पर हमें गर्व और मान है।
लहू से सींच कर हमने इस जमीन को सजाया है,
और गर्व से कहता हूं ये मेरा भारत है।
हमारा हर सांस वतन के नाम है,
हिंदुस्तान का सम्मान हमारी पहचान है।
लहराएगा तिरंगा ऐसे ही ऊंचाइयों पर,
जब तक जिंदा हैं हम, इस पर आंच न आने देंगे।
देशभक्ति का जुनून दिलों में जलता रहेगा,
हर एक हिंदुस्तानी में तिरंगा बसता रहेगा।
वतन की हिफाजत करना फर्ज है हमारा,
देश की मिट्टी से प्यार कर बैठा दिल बेचारा।
तिरंगे की शान में हमेशा सर झुकाऊंगा,
देश के लिए अपना खून तक बहाऊंगा।
सरहदों पर मरने का सौभाग्य हमें भी मिले,
वतन पर मर मिटने का यही अरमान रहे।
दिल में हर वक्त देशभक्ति का एहसास लिए चलते हैं,
हम वो हैं जो तिरंगे के लिए अपनी जान देते हैं।
भारत मां की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है,
वतन की हिफाजत में अपनी जान अर्पण है।
न माटी से बढ़कर कोई धरोहर है,
न भारत मां से बढ़कर कोई और है।
वो दीवाना ही क्या जो अपने वतन के काम ना आए,
जो मरते दम तक तिरंगे को थाम ना पाए।
दिल को छू जाने वाली देशभक्ति शायरी
ऐ वतन, तुझसे है मेरी मोहब्बत का रिश्ता पुराना,
तेरी मिट्टी में बसी है मेरी रूह का तराना।
तेरी खातिर हर दर्द सह लेंगे हम,
तुझ पर कुर्बान ये जान-ओ-ईमान हमारा।
सरहदों पर खड़े उन वीरों को सलाम है,
जिनके हौसलों से ये देश अभिमान है।
जिनकी हर सांस में है वतन का ख्याल,
ऐसे सपूतों पर हमें गर्व हजारों बार है।
न पूछो हमारी पहचान, हम तो भारत के दीवाने हैं,
दिल में देशभक्ति और माथे पर तिरंगे का निशान लिए चलते हैं।
मर मिटेंगे इस मिट्टी पर हम फक्र से,
ये देश हमारा है और हम इसके दीवाने हैं।
वो तिरंगा लिपटकर आए थे अंतिम सफर में,
हर आंख नम थी उस वीर के अमर सफर में।
वतन के लिए जिन्होंने दी अपनी जान,
वो वीर हमारी असली पहचान हैं।
देश के लिए जो कुर्बान हो गए,
उन वीरों के खून से इस मिट्टी का हर कतरा सज गया।
उनकी वीरता की गाथा हर दिल में बसी है,
जिनसे ये आज़ादी का चिराग रोशन हुआ।
हर दिल में बसा हुआ एक अरमान है,
हर सांस में हमारे वतन का नाम है।
ये प्यार की खुशबू यूं ही कायम रहेगी,
हमारे दिल में हिंदुस्तान का एहसास रहेगा।
चाहे कितनी भी बड़ी आंधी आए,
तिरंगे का ये प्यार न कभी कम हो पाए।
इस धरती पर जन्म लेने का जो सौभाग्य मिला है,
इस मिट्टी में ही एक दिन विलीन हो जाएंगे।
देश की मिट्टी से जो रिश्ता है हमारा,
उसे कोई तोड़ नहीं सकता, ये वादा है हमारा।
जब तक जिंदा हैं इस तन में जान,
ये तिरंगा यूं ही लहराएगा आसमान।
माटी की खुशबू में जो सुकून मिलता है,
वो और कहीं नहीं मिलता, यही मेरा वतन है।
सिर झुकता है शहीदों की याद में,
उनके बलिदान से ही आज हमें ये अमन मिला है।
जो कुर्बान हो गए देश की राहों में,
वो सच्चे दिल से वतन पर मिटने वाले थे।
उनकी शहादत से लहराता है तिरंगा हमारा,
उन वीरों का एहसान हमें हर पल याद है।
मिट्टी की खुशबू में जो अपनापन है,
उसे शब्दों में नहीं, दिल की गहराइयों में महसूस कर सकते हैं।
देश की राह में जो भी कुर्बान हो जाए,
उसकी याद हमेशा हमारे दिलों में अमर रहती है।
वो जज्बा भी क्या जज्बा है जो वतन के काम न आए,
वो इश्क भी क्या इश्क है जो देश पर कुर्बान न हो जाए।
मिट्टी से मोहब्बत करने वालों का नाम अमर रहता है,
उनकी कहानियां हर दिल में बसती हैं।
हम वो नहीं जो सिर्फ बातों में देशभक्ति दिखाते हैं,
हम वो हैं जो जरूरत पड़ने पर जान तक लुटाते हैं।
हमारे दिल में हमेशा भारत माता का मान है,
इसी मिट्टी से जुड़ा हमारी रूह का अरमान है।
जिसने देश की खातिर अपनी जान गंवाई,
उसकी हर कहानी हमारे दिल में बसी है।
वो वीर शहीद हमारी असली प्रेरणा हैं,
जिनकी कुर्बानी से आज हम आज़ाद हैं।
आओ झुक कर सलाम करें उनको,
जिनकी तकदीर में ये मुकाम आता है।
खुश नसीब होते हैं वो लोग,
जिनका लहू वतन के काम आता है।
देश की रक्षा में जो खड़े हैं सीमा पर,
उन वीरों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
वो अपने घरों से दूर, हमारे लिए खड़े हैं,
उनके हौसले को हमारा सलाम जाएगा।
जब-जब ये तिरंगा लहराएगा आसमान में,
हर दिल में देशभक्ति का जुनून जगाएगा।
ये तिरंगा हमारे गर्व की पहचान है,
इसके लिए हमारा हर लम्हा कुर्बान है।
स्वतंत्रता सेनानियों के सुविचार
महात्मा गांधी:
“जो तुम सोचते हो, वह तुम बन जाते हो। अगर आप दुनिया को बदलना चाहते हैं, तो सबसे पहले खुद को बदलें।”
भगत सिंह:
"प्रगति और विकास के बिना कोई भी राष्ट्र स्वतंत्र नहीं हो सकता। जिंदगी केवल अपने विचारों पर आधारित होनी चाहिए, दूसरों के विचारों पर नहीं।"
सुभाष चंद्र बोस:
"किसी भी महान कार्य में कष्ट और बलिदान की आवश्यकता होती है। हर कठिनाई को सहन कर, स्वतंत्रता की ओर बढ़ते रहो।"
बाल गंगाधर तिलक:
"स्वतंत्रता की कीमत केवल वे ही समझ सकते हैं जिन्होंने इसके लिए संघर्ष किया है। यह हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है, इसे प्राप्त करने के लिए संघर्ष करते रहना चाहिए।"
चंद्रशेखर आजाद:
"यदि देश के लिए मरना पड़े, तो इससे बेहतर कोई सम्मान की बात नहीं हो सकती। आजादी कभी मांगने से नहीं मिलती, इसके लिए लड़ना पड़ता है।"
लाल बहादुर शास्त्री:
"देश की सेवा से बढ़कर और कोई धर्म नहीं है। अगर आपको कुछ बड़ा करना है, तो पहले अपने देश के लिए सोचें।"
सरदार वल्लभभाई पटेल:
"सच्चा देशभक्त वह है जो अपने देश के लिए अपने निजी स्वार्थ को छोड़ सकता है। राष्ट्र निर्माण में हर नागरिक का योगदान महत्वपूर्ण होता है।"
पंडित जवाहरलाल नेहरू:
"हर महान सपना उस व्यक्ति में शुरू होता है जो इसे पूरा करने की हिम्मत रखता है। जब तक हम अपनी सोच को ऊंचा नहीं उठाते, हमें वास्तविक स्वतंत्रता नहीं मिल सकती।"
रानी लक्ष्मीबाई:
"अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना हर किसी का कर्तव्य है। बिना डर के संघर्ष करना, वही असली वीरता है।"
विनायक दामोदर सावरकर:
"यदि लक्ष्य महान है, तो रास्ते की कठिनाइयां महत्वहीन हो जाती हैं। सच्चा साहस वह है जो आपको हर चुनौती का सामना करने के लिए प्रेरित करता है।"
अशफाक उल्ला खान:
"वतन की मिट्टी में जो ताकत है, वह दुनिया के किसी अन्य जगह में नहीं। देश की खातिर अपने जीवन का बलिदान देने में ही असली सम्मान है।"
राजगुरु:
“आजादी का मतलब केवल खुद के लिए जीना नहीं है, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए जीना है जो देश के लिए बलिदान दे चुका है।”
अरविंदो घोष:
"हम जो कुछ भी सोच सकते हैं, वह कर सकते हैं। यदि आप में आत्मविश्वास है, तो दुनिया की कोई ताकत आपको रोक नहीं सकती।"
वीर सावरकर:
"जो अपने देश के लिए बलिदान देने की हिम्मत रखता है, वही सच्चा नायक है। अपनी मातृभूमि की सेवा में अपना सर्वस्व अर्पित करना सबसे बड़ा धर्म है।"
बिपिन चंद्र पाल:
“आज़ादी की असली ताकत लोगों के मन में होती है। जो व्यक्ति अपने आप पर विश्वास करता है, वही सच में स्वतंत्र हो सकता है।”