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चेहरे की सादगी, जिसमें छुपी है मासूमियत और दिल को छू लेने वाला जादू। इस शायरी पोस्ट में, हम उन पलों को बयान कर रहे हैं जब सादगी ही सबसे खूबसूरत श्रृंगार बन जाती है। चेहरे की सादगी से जुड़ी इन खूबसूरत पंक्तियों के साथ, आइए उस एहसास को महसूस करें जो बनावट से परे, एक प्यारी मुस्कान और मासूमियत में बसता है।
Sadgi pe shayari in hindi
"उसकी सादगी में छुपा है ऐसा नूर, जैसे चांदनी से सजा हुआ कोई हसीन कोहिनूर।"
"न कोई गहना, न कोई सिंगार, उसकी सादगी का जादू है बस बेमिसाल।"
"हुस्न की क्या जरूरत, जब सादगी में बसी हो कशिश, उसकी सादगी पर तो खुदा भी हो जाए फिदा।"
"उसकी मुस्कान में सादगी का ऐसा एहसास है, जैसे बरसात के बाद खिलता हुआ उजला आकाश है।"
"सादगी में है उसकी पहचान, बिना कहे ही सब कह जाती है उसकी मुस्कान।"
"वो सजती है बिना सजे, उसकी सादगी में ऐसा नशा है, जो दिल में बस जाए बिना कहे।"
"ना गहनों का शौक, ना साज-सिंगार की बात, उसकी सादगी ही उसे बनाती है सबसे खास।"
"उसकी सादगी ने दिल चुरा लिया, बिना शब्दों के इश्क का इज़हार कर दिया।"
"मॉडर्न भी दिखो मर्यादा भी बनी रहे, श्रृंगार भी हो जाए संस्कृति भी बनी रहे।"
"अजब ख़ुलूस अजब सादगी से करता है, दरख़्त नेकी बड़ी ख़ामुशी से करता है।"
"तेरी इस सादगी को हम कहा महफूज़ रखें सनम, डर लगता हैं इस दुनिया से कहीं तुझे खो ना दे हम।"
"किसी से लगाव उसके व्यवहार से होता है, ना कि चेहरे से..।"
"नजरें झुकी-झुकी, होंठों पर खामोशी, उसकी सादगी में छुपी है हज़ारों खुशबू की रोशनी।"
“जिसकी सादगी पर फिदा हो जाए ये ज़माना, वो नज़ाकत की मिसाल और हुस्न की दास्तां है।”
"सादगी उसकी इतनी गहरी है, हर दिल में बसने की उसकी फितरत पहचानी है।
जैसे सादे कागज़ पर लिखी हो खूबसूरत कहानी।"
"सादगी में उसकी जो नूर है, हर नजर बस उसी पर मजबूर है।"
"उसकी सादगी ने ऐसा असर किया, हर दिल ने उसे अपना खुदा मान लिया।"
"ना गहनों की चमक, ना शब्दों का शोर, उसकी सादगी से ही है दिलों का जोर।"
"सादगी में उसकी मासूमियत झलकती है, जैसे खामोश लहरों में चाँदनी चमकती है।"
"उसकी सादगी का जादू हर दिल छू जाए, जो एक बार देखे, फिर नज़र न हटाए।"
"सादगी ने उसकी मोहब्बत को और खास बना दिया, बिन शब्दों के ही दिल को अपना बना लिया।"
"उसकी मुस्कान में सादगी का नूर बसा है, जैसे बारिश के बाद आसमान सा खुला है।"
"ना दिखावे का शोर, ना झूठी कोई बात, उसकी सादगी ही बनाती है उसे सबसे खास।"
"चेहरे की सादगी ने ऐसा जादू कर दिया, हर नजर ने उसे चुपचाप अपना बना लिया।"
“उसकी सादगी में बसा है प्यार का रंग, जो हर दिल के करीब पहुंचाता है उमंग।”
"सादगी का भी एक अलग ही अंदाज़ होता है, जिसमें हर इंसान का दिल बेमतलब खींचा जाता है।
ये हुस्न नहीं, रूह की बात बताता है।"
"उसकी सादगी ने मोहब्बत को नया नाम दिया, ना दिखावे का शोर, बस खामोशी से जीना सिखा दिया।
जैसे हवा बिना आवाज़ के सब कुछ छू जाती है।"
"चेहरे की सादगी ने ऐसा असर किया, दिल को एक अनजाना सा सफर दिया।
अब हर मंज़िल बस उसी के पास ले जाती है।"
"उसकी सादगी में बसी है कुदरत की एक कहानी, जैसे बिना रंग के भी खूबसूरत हो गुलाब की जवानी।"
"उसकी आंखों में सादगी की गहराई है, बिना बोले ही दिल की हर बात कहती जाती है।"
"ना मेकअप की जरूरत, ना गहनों की शान, उसकी सादगी ही उसे देती है अनोखी पहचान।"
सादगी में छुपा है कुदरत का नूर, हर दिल को करे बेबस, हर आंख को मगरूर। न ज़ेवर चाहिए, न सजावट का सहारा, उसकी सादगी ही है दिल का प्यारा।
सादगी का रंग चढ़े हर एहसास पर, जैसे सुबह की किरण पड़े घास पर। न गहनों की चमक, न लिबास का गुमान, सादगी से सजता है उसका पूरा जहान।
सादगी वो है जो दिलों को जीत ले, बिन बोले भी हर बात को सीत ले।
उसकी मुस्कान में सादगी का असर, हर पल को बना दे वो सबसे बेहतर।
सादगी भरी शायरी हिंदी में
"उसके चेहरे की सादगी में ऐसा जादू है, कि हर नजर उसे देख कर थम जाती है।"
"उसकी चाल में है नफासत और हया का इज़हार, उसकी सादगी पे तो खुदा भी है निसार।"
"तेरे इस सादगी को देख कर ये उलझन है, कौन सा फूल चुनु तेरी बंदगी के लिए।"
"तेरी इस सादगी को हम कहा महफूज़ रखें सनम, डर लगता हैं इस दुनिया से कहीं तुझे खो ना दे हम।"
"सादगी से सजी है वो बेमिसाल हसीना, उसके बिना किसी सजावट के भी है उसका हर अंदाज हसीन।"
सादगी से जो सजा है उसका चेहरा, हर नज़र को लगे वो चांद का पहरा।
सादगी में छुपा है उसका हर अंदाज़, उसके जैसा न कोई, न कोई राज़।
न ज़ेवर की चमक, न लिबास का नशा, सादगी में बसा है उसका हर हिस्सा।
सादगी में ढल गई है जैसे कुदरत सारी, उसकी बातें जैसे हो फूलों की क्यारी।
सादगी का जादू ऐसा चला, दिल ने कहा, यही है वफ़ा।
"तड़पते इश्क़ की ये सादगी भरी निगाहें, दिल जला रही है अब क्या करें और कहाँ जायें"
"वो बेमिसाल है अपनी सादगी में, जैसे सादगी भी शरमाए उसकी मासूमियत पर।"
"उसकी हंसी में सादगी का ऐसा असर है, जैसे बारिश की बूँदों में बसी हो कोई खुशबू का सफर।"
"मोहब्बत उसे देख कर हो जाती है हर किसी को, उसकी सादगी में बसी है एक अनकही दास्तान।"
"ना कोई दिखावा, ना कोई छलावा, उसकी सादगी ही है उसका सबसे अनमोल गहना।"
"उसकी सादगी में है कुदरत का नूर, जैसे चाँदनी रात का हो कोई हसीन दौर।"
"ना गहनों की जरूरत, ना मेकअप की शान, उसकी सादगी ही उसे बनाती है सबसे खास।"
"सादगी उसकी जैसे बिन बरसात का बादल, हर नजर उसे देख बस ठहर जाती है।"
“सादगी में जो कशिश है, वो सजावट में नहीं।”
“सादगी में छुपा है हुस्न का असली जादू।”
"उसकी सादगी ने दिलों को जीतने का अंदाज़ सिखा दिया।"
"सादगी में बसा हर जज़्बा बेमिसाल होता है।"
"उसकी सादगी में एक अलग ही बात है, बिन कहे ही वो हर दिल के करीब है।"
"सादगी से सजी उसकी मासूमियत, जैसे फूलों पर गिरी ओस की बूँद।"
"वो बिन सजधज के भी खूब लगती है, उसकी सादगी ही उसका गहना है।"
"सादगी का नूर हर नकली चमक से बेहतर है।"
“उसकी आँखों में सादगी का जो जलवा है, उसे देखकर चाँद भी शरमा जाता है।”
"सादगी से सजी हर अदा में बसी है मोहब्बत।"
"उसकी बातों में भी उसकी सादगी का ही अक्स है, जैसे सुबह की ठंडी हवा में बसी हो रूह की महक।"
“उसकी सादगी में रब की रज़ा नज़र आती है।”
"हर तरफ हुस्न की बात होती है, पर उसकी सादगी का कोई मुकाबला नहीं होता।"
"वो बेपनाह हसीन है अपनी सादगी में, जैसे बिन बारिश के बादल का भी अपना एक नूर है।"
"चेहरे की सादगी, दिलों को लूटने का हुनर है।"
“सादगी में उसकी ऐसी बात है, बिना सजधज के भी वो लाखों दिलों की सौगात है।”
"सादगी में जो कशिश है, वो दुनिया के हर शृंगार से बेहतर है।"
"उसकी सादगी में बसा है सच्चे प्यार का एहसास।"
"सादगी ही उसका सबसे कीमती गहना है।"
"उसकी हर मुस्कान में सादगी का नूर है।"
"सादगी में छुपा है हुस्न का असली जादू।"
"उसकी सादगी दिलों को छू लेने वाली दुआ है।"
"सादगी से सजी हर अदा दिल की गहराईयों तक जाती है।"
"उसकी सादगी, हर शोर को खामोश कर देती है।"
"सादगी ही है, जो असली खूबसूरती बनाती है।"
"उसकी सादगी में पूरी कायनात का नूर समाया है।"
"सादगी से बसा हुआ चेहरा दिलों पर राज करता है।"
लड़की की सादगी पर शायरी हिंदी में
"उसकी सादगी में कुछ ऐसा नूर है,
जैसे खिलता हुआ कोई कोहिनूर है,
बिना कहे ही हर दिल पे दस्तूर है।"
"उसकी सादगी में बसी है खुदा की रज़ा,
हर नजर को थमा दे उसकी हर अदा।
जैसे खिलते हुए गुलाब की ताज़गी हवा।"
"ना गहनों की ज़रूरत, ना मेकअप की बात,
उसकी सादगी ही करती है हर दिल पर राज।
बिना बोले ही वो छू लेती है हर ख्याल।"
"उसकी आँखों में सादगी का गहरा सागर है,
जैसे रात की चांदनी का उजला शहर है।
हर नजर उसे देख बस ठहर जाती है।"
"चेहरे पर ना कोई बनावट, ना झूठा श्रृंगार,
उसकी सादगी ही उसकी पहचान का आधार।
जैसे सुबह की धूप का पहला स्पर्श।"
"सादगी उसकी हर नजर को भा जाए,
बिना किसी गहनों के वो संवर जाए,
जैसे बिन बादल के भी बारिश हो जाए।"
"ना ज़रूरत उसे किसी साज-सज्जा की,
उसकी सादगी में है कुदरत की झलक,
देखते ही दिल को कर देती है मगन।"
"उसके चेहरे की सादगी में है रूहानी नूर,
बिन बोले ही सब कुछ कह दे,
जैसे कोई अधूरी मगर प्यारी मंज़िल हो दूर।"
"सादगी में वो कुछ यूँ सजती है,
जैसे बारिश की बूँदें फूलों पे गिरती हैं,
हर नजर उसे देख कर बस ठहर सी जाती है।"
"उसकी चाल में है नफासत का एहसास,
उसकी सादगी में दिल की कोई खास बात,
जैसे रात में चाँदनी से भरी कोई रात।"
"वो सादगी में भी बेमिसाल है,
जैसे बिना सजावट के भी फूल की खुशबू कमाल है,
हर दिल को उसका यही अंदाज भाता है।"
"उसकी हंसी में है सादगी का सुरूर,
जैसे बादलों में बसी हो खुशबू का नूर,
हर नजर को वो कर जाती है चूर।"
"मोहब्बत उसकी सादगी पर हो जाए,
जैसे आँखों में बिना काजल के कोई झील,
हर कोई बस देखता ही रह जाए।"
"उसके बिना सजावट के भी नूर है,
उसकी सादगी से हर दिल मजबूर है,
जैसे चाँदनी रात में रोशनी का दस्तूर है।"
"उसकी आँखों में सादगी का एक आलम है,
बिन बोले ही सब कह देती हैं वो,
जैसे किसी नदी का खामोश संगम है।"
"सादगी से सजी है उसकी अदाएँ,
जैसे बारिश की बूँदों में धुली हुई राहें,
हर नजर को वो कर जाती है मदहोश।"
"वो सादगी में भी लाखों का दिल जीत ले,
बिना किसी बनावट के भी मोहब्बत कर ले,
जैसे फूल बिना रंग के भी खुशबू बाँट दे।"
"उसकी सादगी में छुपा है कोई राज,
जैसे बिना पानी के भी प्यास मिटा दे,
हर दिल को वो अपना बना ले।"
"लड़की की सादगी में बसी है एक खास बात,
जो दिल से दिल तक पहुँचती है हर रात।
ना कोई हंसी, ना कोई गहना,
उसकी मुस्कान ही है सबसे बड़ा तोहफा।"
"उसकी सादगी में एक अनकहा सा जादू है,
हर कदम पे वो मोहब्बत का ताजू है।
दिखावे से दूर, बस अपनेपन में खोई,
वो लड़की सादगी में ही सबसे ख़ास है।"
"लड़की की सादगी में ऐसा असर होता है,
कि बिना कहे दिल में बस जादू सा पलता है।
ना कोई दिखावा, ना कोई झूठा हुस्न,
उसकी सादगी ही उसे बनाती है सबसे सुंदर।"
"उसकी आँखों में सादगी का एक प्यारा सा रंग,
जैसे किसी बाग में खिलता हो गुलाब का सुगंध।
ना कोई दिखावा, ना कोई शोर,
बस उसकी सादगी में छुपा है एक दिल छूने वाला जादू।"
"लड़की की सादगी है सबसे खास,
जो दिल में बस जाए बिना किसी आवाज़।
उसकी मुस्कान, उसका हर अंदाज़,
हर पल उसके साथ बिता दे जैसे कोई राज़।"
"उसकी सादगी में कोई बनावट नहीं,
सिर्फ खुद से प्यार, यही है असली सच्चाई।
वो लड़की दिल से बेहतरीन है,
जो अपने होने में ही सबसे खूबसूरत है।"
"ना मेकअप, ना कोई झिलमिलाहट,
उसकी सादगी है उसकी पहचान,
दिल को चुरा लेती है उसकी यही मुस्कान।"
चेहरे की सादगी पर शायरी 2 line
"उसकी सादगी में कुछ ऐसा असर है,
बिन सजावट के भी वो दिल के करीब है।"
"सादगी उसकी सबसे हसीन गहना है,
उसके चेहरे पे बस खुदा का बसना है।"
"ना कोई शोर, ना कोई सजावट की बात,
उसकी सादगी से हर दिल हो जाए मात।"
"वो बिना बोले भी सब कुछ कह जाती है,
उसकी सादगी ही उसकी पहचान बन जाती है।"
"उसकी आँखों में सादगी का उजाला है,
दिलों को जीतने का यही तो उसका हाला है।"
"सादगी में वो इस कदर खोई है,
कि हर नजर बस उसे देख कर रोई है।"
"जितनी खूबसूरत उसकी सादगी है,
उतनी ही खास उसकी हर अदा लगी है।"
"ना रंग-रोगन, ना गहनों का शोर,
उसकी सादगी में बस है दिलों का जोर।"
"उसके चेहरे की सादगी में ऐसा जादू है,
हर नज़र जो देखे, वहीं पर ठहर जाता है।"
"चेहरे की मासूमियत में बसी है सादगी की बात,
जैसे खामोशी में बहती हो मीठी बरसात।"
"ना कोई साज-सज्जा, ना बनावट का शोर,
उसकी सादगी ही उसे बनाती है सबसे बेशकीमती गहना।"
"चेहरे पर उसके सादगी का नूर ऐसा है,
जैसे चाँदनी रात का दिलकश मंज़र हो।"
"सादगी में उसके चेहरे का हर अक्स है,
जो देखे, वही दिल हार जाए बस।"
"चेहरे की सादगी में बसी है एक चुप्पी,
जैसे चाँदनी रात में बहती हो धीमी नदी।"
"उसके चेहरे की सादगी में ऐसी बात है,
हर कोई देखे और बस देखता रह जाए।"
"ना कोई बनावट, ना झूठा सिंगार,
उसकी सादगी ही है उसका असली श्रृंगार।"
"चेहरे की सादगी में बसी है रूह की रोशनी,
जैसे बिन बोले ही कह जाती हो कोई कहानी।"
"उसकी सादगी का नशा ऐसा है,
जो दिलों पर बिन कहे ही छा जाता है।"
"सादगी में लिपटी वो हसीन लगती है,
जैसे फूल बिना रंग के भी खिलती है।"
"उसकी सादगी का जवाब नहीं,
वो बिन कहे ही सब पर राज करती है।"
"सादगी से सजी है उसकी हर अदा,
उसकी मुस्कान में है जादू बेमिसाल।"
"उसकी सादगी में ऐसा नूर है,
जैसे चाँदनी रात का एक हसीन दौर है।"
"सादगी उसकी सबसे खास बात है,
उसकी इस अदा में ही छुपी है कायनात है।"
"उसकी सादगी ने दिल जीत लिया,
बिना बोले ही उसने इश्क का इज़हार किया।"
"सादगी में छुपा है उसका सारा हुस्न,
देखते ही दिल को कर जाती है बस खामोश।"
"उसकी सादगी में रब की रज़ा है,
उसकी हर अदा में बस मोहब्बत बसी है।"
"जितनी सादगी से वो चलती है,
दिलों में उतरती यूं ही बसती है।"
Chehre ki masoomiyat aur sadgi par shayari
"उसके चेहरे की मासूमियत में बसी है सादगी की मिठास,
बिन बोले ही वो कर देती है दिलों का एहसास।"
"उसकी मासूमियत से सजा है उसका चेहरा,
जैसे फूलों पर ओस की बूँदों का बसेरा।"
"चेहरे पर उसके सादगी का नूर बरसता है,
जैसे चाँदनी रात में चाँद मुस्कुराता है।"
"मासूमियत उसकी आँखों में इस कदर झलकती है,
जैसे सादगी ने खुद को उसके चेहरे में ढाल लिया हो।"
"उसके चेहरे की सादगी और मासूमियत का आलम ये है,
देखते ही दिल को एक सुकून सा महसूस होता है।"
"ना कोई बनावट, ना कोई गहनों की जरूरत,
उसके चेहरे की मासूमियत ही उसकी खूबसूरती है बेमिसाल।"
"चेहरे की सादगी में बसा है मासूमियत का नूर,
जैसे चाँदनी रात में बहता हो सर्द हवा का सुर।"
"उसकी मासूमियत ने दिल को ऐसा छुआ,
जैसे ओस की बूँदों ने फूलों को चूमा।"
"चेहरे पर उसकी सादगी का ऐसा जादू है,
हर नज़र उसे देखे और बस थम जाए।"
"मासूमियत से भरा उसका सादा चेहरा,
जैसे बहारों का बसा हुआ कोई बसेरा।"
"चेहरे पर उसके सादगी का ऐसा असर है,
मासूमियत से भरा हर लम्हा खूबसूरत सफर है।"
"उसकी मासूम मुस्कान में छुपी है सादगी की मिठास,
जैसे किसी सुबह की ताज़गी हो आस-पास।"
"चेहरे की सादगी और मासूमियत का मेल,
देखने वाले को हर बार कर देता है बेसुध और पागल।"
"मासूमियत से सजी उसकी सूरत है प्यारी,
सादगी में बसी उसकी खूबसूरती है न्यारी।"
"उसकी मासूमियत और सादगी का मिलन,
जैसे बरसात में खिलता हुआ कोई गुलाब हो मनमोहक।"
"चेहरे की सादगी और मासूमियत की ये दास्तान,
दिल को छू जाती है उसकी हर मुस्कान।"
"चेहरे की मासूमियत में बसी है सादगी की चमक,
जैसे चाँदनी रातों में तारे करते हों सबका स्वागत।"
"उसके चेहरे की सादगी ने दिल को छू लिया,
मासूमियत के जादू ने मुझे अपना बना लिया।"
"चेहरे पर उसके सादगी का है ऐसा असर,
जैसे बारिश के बाद खिला हो धरती पर सवेरा।"
"मासूमियत और सादगी का जो मेल है,
उसके चेहरे में बसा खुदा का खेल है।"
"उसके चेहरे की मासूमियत में बसी है कुदरत की बात,
हर नजर जिसे देख कर बस रह जाए मात।"
"सादगी से सजी उसकी मासूमियत की दास्तान,
दिलों में बसा देती है मोहब्बत का अरमान।"
"उसकी मासूमियत में छुपी है एक अदा खास,
उसके चेहरे की सादगी से बढ़कर कोई हुस्न नहीं पास।"
"चेहरे की मासूमियत में बसी है सादगी का नूर,
जो उसे देखे, बस रह जाए उसी का हुजूर।"
"उसकी सादगी में रब की रज़ा है,
मासूम चेहरे पर बस खामोशी का मजा है।"
"चेहरे की मासूमियत में छुपा है सादगी का जादू,
जैसे खामोश रातों में चाँदनी का बसा हुआ वादा।"
"उसके चेहरे की सादगी में कुदरत का नूर है,
जैसे बरसात के बाद खिलता हुआ कोई कोहिनूर है।"
"मासूमियत उसकी जैसे ओस की ठंडी बूँद,
और सादगी जैसे बहती नदी का सुरीला संगीत।"
"चेहरे की सादगी और मासूमियत का आलम यह है,
जैसे चाँद भी देखे और खुद को भूल जाए।"
"उसकी मासूमियत दिलों को छू जाती है,
और सादगी से हर नजर बस थम जाती है।"
चेहरे की मासूमियत ने दिल चुरा लिया,
सादगी की चादर ने हर ग़म भुला दिया।
उसके चेहरे पर लिखा था सुकून का पैगाम,
सादगी में छुपा था जैसे चाँदनी का नाम।
मासूम चेहरा, सादगी का ख़ज़ाना,
उसकी हंसी से रोशन है ज़माना।
चेहरे की रौनक ने दिल को सहलाया,
सादगी ने हर ग़म को समझाया।
मासूम नजरें और चेहरे की चमक,
सादगी का आलम, हर दिल को भटक।
उसके चेहरे पर लिखा है सादगी का फ़साना,
हर नज़र को लगता है वो जन्नत का खज़ाना।
चेहरा उसका जैसे नूर का ख़ज़ाना,
सादगी में बसता है हर दिल दीवाना।
Sadgi aur pyaar par shayari
"उसकी सादगी में ऐसा असर है,
प्यार में भी बस सच्चाई का सफर है।
बिन कहे ही वो कर जाती है इज़हार,
सादगी में बसी है उसके दिल का प्यार।"
"सादगी में छुपा है उसका प्यार का अंदाज,
बिना बोले ही कर जाती है दिलों पर राज।
उसकी मासूम बातें दिल में उतर जाती हैं,
जैसे प्यार की एक मीठी सी आवाज़ आती है।"
"प्यार में सादगी का वो आलम है,
जैसे बिन कहे ही उसने सब कुछ कह दिया हो।
दिल उसकी सादगी पर यूं ही फिदा हो जाए,
जैसे किसी फूल में बिना खुशबू का नशा हो।"
"उसकी सादगी में छुपा है इश्क का जुनून,
दिल चाहता है बस उसी के करीब रहूँ।
वो इश्क की वो परिभाषा है,
जिसे हर दिल पढ़ना चाहे, बिना किसी वजह के।"
"सादगी में उसका प्यार है गहरा,
जैसे आसमान में छुपा हो एक अनदेखा सवेरा।
उसकी हर अदा में है वो नशा,
जिसे महसूस करते ही दिल हो जाए बेकाबू।"
"उसकी सादगी ने ही दिल को भा लिया,
बिन कहे ही उसने हमें अपना बना लिया।
प्यार में ना कोई शोर ना कोई दिखावा,
उसकी मासूमियत ने दिल को पूरी तरह से घेर लिया।"
"उसकी सादगी में बसती है मोहब्बत की मिठास,
जैसे बरसात में धरती की ताज़गी का एहसास।
उसके प्यार का रंग भी यूँ ही है अनोखा,
जो दिल को छू जाए बिन कहे ही हर रोज़।"
"सादगी से सजी उसकी प्यार भरी बातें,
दिल को यूं छू जाती हैं जैसे नर्म हवाएं।
उसकी मुस्कान में छुपा है वो प्यार का एहसास,
जिसे हर कोई महसूस करे, बिना शब्दों के।"
"उसकी सादगी में बसा है प्यार का एक जहाँ,
जहाँ हर खुशी है उसकी एक मुस्कान के साथ।
उसकी मासूमियत ने ही हमें अपना बना लिया,
दिल ने उसके सादे इश्क को जैसे ईमान माना।"
"सादगी में उसकी प्यार का असर है,
जैसे बादलों में छुपा कोई बहार का सफर है।
उसकी हर अदा में है इश्क का अंदाज,
जिसे देख कर बस दिल ही दिल मुस्कुराए।"
"उसके प्यार में सादगी का वो रंग है,
जो दिखता नहीं पर महसूस किया जा सकता है।
दिल में उसके लिए एक अनकहा जज़्बा है,
जिसे हर कोई देखे और खुद को खो दे।"
"उसकी सादगी और प्यार का अजब सा मेल है,
जैसे सुबह की ठंडी हवा और फूलों की महक।
उसके बिना बोले ही हर बात समझ में आ जाती है,
दिल की धड़कनों में उसकी याद समा जाती है।"
"उसकी सादगी में बसी है एक अजीब सी बात,
ना कोई दिखावा, ना कोई झूठी सौगात।
बस उसकी खामोशी में है दिल की सच्चाई,
जिसे समझ पाए वही समझे उसकी गहराई।"
"सादगी का भी एक अलग ही नशा है,
ना रंग-रोगन, ना झूठी सजावट का तमाशा है।
उसकी मुस्कान में सादगी का एहसास है,
जो बिना कुछ कहे ही सब कुछ कह जाती है।"
"सादगी से सजी वो चेहरे की किताब,
हर पन्ने पर है मोहब्बत का एक खास ख्वाब।
उसकी मासूमियत में है दिलकश नूर,
जैसे बिन बादलों के भी खिलता हो फलक पर चाँद का नूर।"
"सादगी की कीमत वो क्या जानें,
जो दिखावे में खो जाते हैं।
असल खूबसूरती तो उसमें है,
जो बिना कहे दिलों में उतर जाते हैं।"
"सादगी में उसकी वो बात है,
जो हर दिल को कर देती अपने साथ है।
ना कोई बनावट, ना झूठी मोहब्बत का शोर,
बस सच्चे दिल की आवाज़ है उसकी हर ओर।"
"सादगी में बसी है प्यार की मिठास,
जैसे फूलों में बसी हो बारिश की सुगंध खास।
उसके हर लफ्ज़ में इश्क की कहानी है,
उसकी सादगी ही मेरी दीवानी है।"
"प्यार उसकी सादगी में यूँ झलकता है,
जैसे सूरज की किरणों में सोना चमकता है।
ना कोई बनावट, ना झूठा दिखावा,
उसकी हर अदा में बस सच का दावा।"
"सादगी और प्यार का मिला जो संगम,
दिल का हर कोना हो गया बस उसका घर।
उसकी खामोशी में भी बसी है मोहब्बत,
जैसे चाँदनी रातों में छुपा हो सुकून।"
"उसकी सादगी ने मोहब्बत का अर्थ बताया,
बिन शब्दों के हर दर्द को सहलाया।
ना गहनों की चमक, ना शब्दों की बात,
उसकी सादगी ने दिलों पर किया राज।"
"प्यार उसकी सादगी से यूँ निखरता है,
जैसे गुलाब का रंग बिना छेड़खानी के खिलता है।
उसकी हर अदा में है सच्चाई का असर,
उसका हर कदम प्यार का सफर।"
"सादगी उसकी जैसे इश्क का आईना,
उसमें बसता है दिलों का हर खजाना।
ना दिखावा, ना शोर, बस एक एहसास,
उसके प्यार में बसती है हर बात खास।"
"उसकी सादगी में बसी है मोहब्बत की गहराई,
जैसे समुद्र की लहरों में छुपी हो एक सच्चाई।
उसकी मुस्कान दिलों को कर देती है लुटा,
प्यार में उसकी सादगी से सबकुछ है जुड़ा।"
"सादगी में वो इतनी हसीन लगती है,
कि दुनिया की सारी शोहरत उससे फीकी लगती है।
उसके चेहरे की मासूमियत में बसी है वो बात,
जिसे देख कर हर नजर ठहर जाती है रात।"
"सच्ची खूबसूरती सादगी में हीं निखरती है,
एक नजर में हीं वो दिल में उतरती है।"
"कोई ताबीज़ ऐसा दो कि मैं चालाक हो जाऊं,
बहुत नुकसान देती है मुझे ये सादगी मेरी।"
सादगी पर शायरी 1 line
सादगी में जो नशा है, वो जाम में कहां।
उसकी सादगी ने दिल पर ऐसी छाप छोड़ी।
सादगी से सजा चेहरा, बेमिसाल जादूगरी।
सादगी वो आइना है, जो हर दिल को दिखता है।
सादगी में छुपा है, जिंदगी का असली रंग।
सादगी का असर, हर दिल को बेबस कर गया।
उसकी सादगी ने मोहब्बत को नया मतलब दिया।
सादगी के रंग में रंगा हर लम्हा खास है।
सादगी से सजी बातें, दिल को छू जाने वाली।
उसकी सादगी, जैसे बारिश की पहली बूंद।
सादगी का नूर, हर चमक को फीका कर दे।